श्रीगंगानगर एवं बीकानेर जिलों का पुनर्गठन कर नया जिला अनूपगढ़ किया गया है जिसका मुख्यालय अनूपगढ़ होगा। मुख्यमंत्री ने सात तहसीलों को मिलाकर नए अनूपगढ़ जिले की घोषणा की है। जिसमें अनूपगढ़ के अलावा घड़साना, रावला, श्रीबिजयनगर, रायसिंहनगर व बीकानेर जिले से छत्रगढ़ एवं खाजूवाला को शामिल किया गया है। नवगठित जिला अनूपगढ़ की जनसंख्या जनगणना 2011 के अनुसार 8 लाख 69 हजार 842 है। नए जिलों के नोटिफिकेशन जारी होने के बाद संभवतया अनूपगढ़ जिले का क्षेत्रफल श्रीगंगानगर क्षेत्रफल से बड़ा हो जाएगा। जिला बनने के बाद विकास की मुख्य धारा से जुड़ेगा। इनमें छत्तरगढ़ और खाजूवाला को बीकानेर से जोड़ा गया है, बाकी सभी को श्रीगंगानगर से जोड़ा गया है।
आज के आर्टिकल में हम राजस्थान के नवसृजित जिले अनूपगढ़ जिले के बारे में विस्तार से जानेंगे। राजस्थान के Anupgarh District जिले से सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे- जिले का क्षेत्रफल, भौगोलिक स्थिति, विधानसभा क्षेत्र, Anupgarh District जिले का मानचित्र, जिले की सीमा Anupgarh District Map, Anupgarh District History Culture & Geography का विस्तार से अध्ययन करेंगे।
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Anupgarh District History
अनूपगढ़ का प्राचीन नाम चुधेर था। 1678 ई. में अनूपसिंह ने अनूपगढ़ का निर्माण करवाया।
Anupgarh जिले का भौगोलिक-प्रशासनिक परिचय
अनूपगढ़ जिला: भौगोलिक-प्रशासनिक परिचय इस प्रकार है –
- घोषणा: 17 मार्च, 2023 को अनूपगढ़ जिले की घोषणा की गई थी।
- मंत्रिमण्डल मंजूरी: 04 अगस्त, 2023 को राजस्थान सरकार के मंत्रिमंडल ने इस नए जिले के गठन की मंजूरी दी।
- अधिसूचना जारी: 06 अगस्त, 2023 को अधिसूचना जारी की गई।
- अधिसूचना लागू: 07 अगस्त, 2023 से अधिसूचना प्रभावी हो गई।
- स्थापना दिवस: 07 अगस्त, 2023 को अनूपगढ़ जिले का औपचारिक रूप से स्थापना दिवस मनाया गया।
- उद्घाटनकर्ता: गोविंद राम मेघवाल, आपदा प्रबंधन मंत्री, ने इस नए जिले का उद्घाटन किया।
अनूपगढ़ जिला के प्रशासनिक जानकारी:
- प्रथम कलेक्टर: कल्पना अग्रवाल
- प्रथम पुलिस अधीक्षक: राजेन्द्र कुमार
- संभाग: अनूपगढ़ जिला बीकानेर संभाग के अंतर्गत आता है।
अनूपगढ़ जिला के भौगोलिक जानकारी:
- सीमाएँ: अनूपगढ़ जिला श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों से सीमित है और पश्चिम में इसकी सीमा पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगती है।
- आकृति: इस जिले की आकृति बैठे हुए शेर के समान मानी जाती है।
अनूपगढ़ जिला के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक जानकारी:
- उपनाम: अनूपगढ़ जिले को “चुंधेर” भी कहा जाता है।
- संस्थापक: अनूपगढ़ का नामकरण इसके संस्थापक अनूपसिंह के नाम पर किया गया है।
यह नया जिला गंगानगर और बीकानेर के हिस्सों को मिलाकर बनाया गया है और इसका मुख्यालय अनूपगढ़ में स्थित है।
Anupgarh District History Culture & Geography || Anupgarh Jila Darshn 2024
अनूपगढ़ जिला के भौगोलिक और ऐतिहासिक जानकारी
- जिला मुख्यालय: अनूपगढ़ जिला मुख्यालय घग्घर नदी के किनारे स्थित है, जो राजस्थान की एक प्रमुख नदी मानी जाती है।
- घग्घर नदी: यह नदी तीन जिलों (श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अनूपगढ़) से होकर गुजरती है। इसे प्राचीनकाल में सरस्वती नदी के नाम से भी जाना जाता था।
- संगम: यह नदी पाकिस्तान के फोर्ट अब्बास तक जाती है, और राजस्थान में उत्तर दिशा से प्रवेश करने वाली एकमात्र नदी है।
अनूपगढ़ जिला के प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन स्थल
- बूढ़ा जोहड़ झील: यह झील अनूपगढ़ में स्थित है, और इसे गंगनहर से जल आपूर्ति मिलती है।
- डाबला गांव: यहाँ “बाबा फतेह सिंह” द्वारा बनवाया गया एक प्रमुख गुरुद्वारा है, जिसे राजस्थान का स्वर्ण मंदिर कहा जाता है। यहाँ श्रावण अमावस्या को मेला भरता है।
- लैला-मजनू की मजार: बीजोर गांव में स्थित यह मजार प्रेम का प्रतीक मानी जाती है, और प्रतिवर्ष 15 जून को यहाँ मेला लगता है।
अनूपगढ़ जिला की प्रमुख परियोजनाएँ
- गंगनहर परियोजना (1921-27): इस नहर का शिलान्यास 5 सितंबर 1921 को महाराजा गंगासिंह द्वारा किया गया था, और इसका उद्घाटन 26 अक्टूबर 1927 को वायसराय लॉर्ड इरविन ने किया था। यह राजस्थान की सबसे पुरानी नहर है, जो सतलज नदी से निकलती है।
अनूपगढ़ जिला के कृषि और उद्योग
- जैतसर कृषि फार्म: 1964 में कनाडा के सहयोग से स्थापित, यह राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा यांत्रिक कृषि फार्म है।
- मिल्क चिलिंग प्लांट: घड़साना, अनूपगढ़ में स्थित है और यह क्षेत्रीय दुग्ध उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जिला के महत्वपूर्ण आंदोलन और घटनाएँ
- रावला-घड़साना किसान आंदोलन: यह किसान आंदोलन अनूपगढ़ में हुआ, जिसमें पानी से संबंधित मुद्दे प्रमुख थे।
- रायसिंह नगर गोलीकांड (1946): यह एक ऐतिहासिक घटना थी, जिसमें पानी पर आबियाना कर के खिलाफ जुलूस निकाला जा रहा था। इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में ‘बीरबल’ नामक किसान शहीद हो गया था।
अनूपगढ़ जिला के राष्ट्रीय राजमार्ग:
- NH-911: यह राष्ट्रीय राजमार्ग अनूपगढ़ जिले से गुजरता है, और इसकी कुल लंबाई 184 किमी है। यह बाप (फलौदी) से श्रीगंगानगर तक जाता है और राजस्थान के पाँच जिलों से होकर गुजरता है।
अनूपगढ़ जिला अपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
Anupgarh Jila Darshn 2024 के Pdf Download
Anupgarh Jila Darshn 2024 के District FAQ
प्रश्न 1: अनूपगढ़ जिले का ऐतिहासिक महत्व क्या है?
उत्तर: अनूपगढ़ का ऐतिहासिक महत्व कई शासकों के शासनकाल से जुड़ा है, जिनमें प्रमुख स्थानीय और बाहरी वंश शामिल हैं। यह क्षेत्र प्राचीन किलों और शिल्पकारी के लिए जाना जाता है, जो इसके ऐतिहासिक वैभव को दर्शाते हैं। जिले में पुराने किले और धरोहर स्थल मौजूद हैं, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं।
प्रश्न 2: अनूपगढ़ में कौन-कौन से प्रमुख पर्यटक स्थल हैं?
उत्तर: अनूपगढ़ में कई ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं, जिनमें पुराने किले, मंदिर और स्थानीय मेले शामिल हैं। किले और खंडहर इसके समृद्ध ऐतिहासिक अतीत का प्रमाण हैं, जबकि स्थानीय मेले और त्योहारों के दौरान होने वाली गतिविधियाँ पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता भी आकर्षण का केंद्र है।
प्रश्न 3: अनूपगढ़ जिले की भौगोलिक विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर: अनूपगढ़ की भौगोलिक स्थिति इसे कृषि और खनिज संसाधनों के लिए महत्वपूर्ण बनाती है। यहाँ की प्रमुख नदियाँ और जलाशय क्षेत्र की सिंचाई और खेती के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। जिले में मुख्य रूप से रेत के टीले, नदियाँ और कृषि भूमि पाई जाती है। इसके अलावा, जिले में खनिज संसाधनों की भी उपस्थिति है।