आज के आर्टिकल में हम राजस्थान के नवसृजित जिले दूदू | Dudu District के बारे में विस्तार से जानेंगे। राजस्थान के नए दूदू जिले से सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे- दूदू जिले का क्षेत्रफल, भौगोलिक स्थिति, विधानसभा क्षेत्र, दूदू जिले का मानचित्र, दूदू जिले की सीमा, jila Map, Dudu District History Culture & Geography का विस्तार से अध्ययन करेंगे। राजस्थान में सबसे छोटा जिला दूदू हैं
दूदू (DUDU) की कुल जनसंख्या सिर्फ 3,12,857
दूदू जिले में दूदू, मौजमाबाद और फागी उपखंड के 60 ग्राम पंचायतों के 241 गांव हैं। जिसकी आबादी 3,12,857 है। आबादी की नजर से देखें तो दूदू जिला प्रदेश में सबसे छोटे जिले में शामिल हो गया है। दूदू उपखंड के 68, फागी के 85, और मौजमाबाद के 90 गांवों को शामिल किया गया है
District विधान सभा सीटे
कुल विधान सभा सीटे-
- दुदू
दूदू: राजस्थान का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक क्षेत्र
स्थापना और प्रशासनिक संरचना
- घोषणा: 17 मार्च, 2023
- मंत्रिमंडल मंजूरी: 4 अगस्त, 2023
- अधिसूचना लागू: 7 अगस्त, 2023
- प्रथम कलेक्टर: अर्तिका शुक्ला
- प्रथम पुलिस अधीक्षक: पूजा अवाना
- संभाग: जयपुर संभाग
- सीमाएँ: जयपुर ग्रामीण, टोंक, अजमेर
भौगोलिक और ऐतिहासिक महत्व
- स्थिति: अरावली पर्वतमाला के पास, NH-48 (दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा) पर स्थित।
- उपनाम: दादूपंथियों का क्षेत्र, दुदाव।
प्रमुख स्थल और पहचान
आधार कार्ड योजना:
- देशभर में इस योजना का शुभारंभ दूदू से हुआ।
नया गाँव:
- भारत का पहला सौर ऊर्जा आधारित गाँव।
मोजमाबाद:
- आमेर के राजा मानसिंह (जन्म: 1550) की जन्मस्थली।
- “52 चूल्हों की हवेली” और “परवा किला”।
साखून:
- संत मोहनदास मौनी बाबा की तपस्या स्थली।
- “साखून फोर्ट” और “भूतों की बावड़ी” प्रसिद्ध।
लापोड़िया गाँव:
- जल संरक्षण में योगदान के लिए लक्ष्मण सिंह (पद्मश्री) का गाँव।
नरेना:
- संत दादू दयाल का प्रमुख पीठ और समाधि स्थल।
- दादू दयाल मेला हर वर्ष आयोजित।
प्राकृतिक संसाधन और नदियाँ
- बांडी नदी:
- उद्गम: सामोद की पहाड़ियाँ।
- संगम: त्रिवेणी संगम (बनास, बांडी, माशी नदियों का मिलन)।
- छापरवाड़ा बाँध:
- जल प्रबंधन का प्रमुख स्रोत।
NH-48: आर्थिक और भौगोलिक महत्व
- लम्बाई: राजस्थान में 694 किमी।
- जिलों से गुजरता है: कोटपुतली, जयपुर ग्रामीण, दूदू, अजमेर, उदयपुर।
- विशेषता: राजस्थान का प्रथम एक्सप्रेस वे।
सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर
संत दादू दयाल:
- जन्म: 1544, अहमदाबाद।
- निर्गुण भक्ति परंपरा के संत।
- अकबर के समय गोहत्या रोकने में योगदान।
- प्रमुख ग्रंथ: दादू की वाणी, कायाबेली।
अलख दरिबा:
- संत दादू दयाल का उपदेश स्थल।
मोजमाबाद:
- स्थापत्य कला का केंद्र “52 चूल्हों की हवेली”।
विशेष पहचान और धरोहर
दूदू राजस्थान का एक ऐसा क्षेत्र है जो न केवल अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि ऐतिहासिक धरोहर, जल संरक्षण, और आधुनिक योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए भी जाना जाता है।